भारतीय गुणवत्ता परिषद (क्यू सी आई) को कैबिनेट के निर्णय से अंतर-मंत्रालयी कार्य बल, सचिवों की समिति और मंत्रियों के समूह के बीच परामर्श के बाद यूरोपीय संघ के विशेषज्ञ मिशन की सिफारिशों पर वर्ष 1996 में नेशनल बॉडी फॉर एक्रिडिटेशन (राष्ट्रीय प्रत्यायन निकाय) के रूप में स्थापित किया गया था।....
आगे पढ़ेंकिसी भी विनिर्माण-संचालित अर्थव्यवस्था के गुणवत्ता और उत्पादकता यह दो मुख्य स्तंभ हैं। कई देशों ने अतीत में इसका उपयोग किया है (जैसे जापान) और आज भी इसका उपयोग विश्व निवेशकों और निर्माताओं (जैसे बांग्लादेश और वियतनाम) को आकर्षित करने के लिए कर रहे हैं। भारत को विनिर्माण उत्कृष्टता के लिए समान स्तंभ बनाने की आवश्यकता है। कच्चा माल, आधा और तैयार माल उत्पादन श्रृंखला में शामिल सभी उत्पादकों में एक जागरूकता बनाना यह भारत के लिए काफी महत्वपूर्ण हैं । माननीय प्रधान मंत्री ने इस बात पर भी जोर दिया है कि 'मेड इन इंडिया' उत्पादों को न केवल वैश्विक मांग को पूरा करना चाहिए बल्कि विश्वसनीयता का निर्माण करके अधिक वैश्विक स्वीकृति भी प्राप्त करनी चाहिए। गुणवत्ता और उत्पादकता में सुधार की इस प्रक्रिया में एक महत्वपूर्ण कदम गुणवत्ता-संचालित मानसिकता को बढ़ावा देना है|आगे पढ़ें...
“क्वालिटी बेस्ट प्रैक्टिसेज” एक क्यूसीआई ऐसा संग्रह हैं जिसमें निर्माण, सेवाओं से लेकर स्वास्थ्य सेवा और शिक्षा के क्षेत्र से जुडी कुछ चुनिंदा - डी.एल. शाह क्वालिटी अवार्ड विनिंग केस स्टडीज” हैं। यह प्रकाशन हर साल निकाला जाता है और किसी भी उद्योग में गुणवत्ता पेशेवरों और गुणवत्ता प्रबंधकों के लिए एक महत्वपूर्ण संसाधन के रूप में स्वीकार किया गया है।
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